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Monday, November 24, 2014

Happy Ending Review In Hindi


 

यूडी उर्फ योगी (सैफ अली खान ) ऐसा राइटर है जिसकी लिखी किताब साढ़े पांच साल पहले मार्केट में आई और इसी इकलौती किताब ने यूडी को बेस्ट सेलर बुक का राइटर होने का तमगा दिलवा दिया। बेशक, यूडी के फैंस और उसके प्रकाशकों को उसकी अगली किताब का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन यूडी तो अपनी पहली ही किताब के बाद लगातार मिल रही मोटी रॉयल्टी की कमाई को अपनी रंगीन मिजाजी और अपने शौक पूरा करने में ही डूबाने में लगा है। 
 यूएसए में सेटल यूडी की लाइफ में अब तक कितनी लडकियां आईं और चली गईं, इस बारे में उसे बात करना तक पसंद नहीं है। दरअसल, यूडी अपनी किसी भी गर्लफ्रेंड के साथ कभी भी पूरी तरह से ईमानदार नहीं रहा। यूडी की प्रेमिका किसी से भी शादी कर ले, इससे उसका कुछ लेना-देना नहीं। आलम यह है कि यूडी से लंबे वक्त तक चले अफेयर के बाद भी जब दिशा ( प्रीति जिंटा) को महसूस हुआ यूडी की शादी में जरा भी दिलचस्पी नहीं तो उसने शादी कर ली। दिशा अब 3 बच्चों के मां बन चुकी है, लेकिन यूडी से उसकी दोस्ती बरकरार है। दिशा का जब भी अपने हज्बंड से किसी बात पर झगड़ा होता है तो वह अपने बच्चों के साथ यूडी के घर आ जाती है। यूडी पिछले कुछ अर्से से अपसेट और परेशान चल रहा है। दरअसल, यूडी की लिखी किताब की रॉयल्टी आने का सिलसिला थम सा गया है , लंबे अर्से से उसने कहानियां तो कई लिखीं, लेकिन हर बार जब उसे कहानी की हैपी एंडिंग नहीं मिली, तो उसने कहानी बीच में ही छोड़ दी। वहीं, अब मार्केट में इंडिया से आई यंग खूबसूरत राइटर आंचल (इलियाना डिक्रूज) की लिखी किताब टॉप पर है, और प्रकाशक आंचल की अगली किताब को अभी से साइन करने में लगे है। यूडी की परेशानी का एक सबब डेंटिस्ट विशाखा (कल्कि कोचलीन) भी है, जो लंबे अर्से से यूडी को रिझाने में लगी है, पर अब यूडी की उसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं रही। सो अब वह विशाखा से ब्रेकअप चाहता है। 
इसी बीच यूडी की लाइफ मे आंचल की एंट्री होती है। आंचल की लगातार बढती लोकप्रियता से यूडी खुद को असुरक्षित भी महसूस करने लगता है। यूडी-आंचल की इस स्टोरी के साथ-साथ इस कहानी का एक अहम किरदार अरमान (गोविंदा) भी है। बॉलिवुड में सिंगल स्क्रीन का सुपरस्टार अरमान (गोविंदा) अब मल्टिप्लेक्स मार्केट में भी अपनी पहचान बनाना चाहता है। इसी चाह में अरमान मुंबई से यूएसए आया है, ताकि उसे अपनी अगली फिल्म के लिए टोटली डिफरेंट स्क्रिप्ट मिल जाए जो उसे मल्टिप्लेक्स कल्चर में भी फिट कर सके। स्टार अरमान के लिए स्क्रिप्ट लिखने की डील फाइनल हो जाती है। यहां भी स्क्रिप्ट की हैपी एंडिंग अटक जाती है।
ऐक्टिंग: बुलेट राजा और हमशक्ल में अपने फैंस को निराश कर चुके सैफ अली खान ने यूडी के किरदार को अच्छे ढंग से निभाया है। वैसे भी अगर सैफ की पिछली कुछ फिल्मों में निभाए उनके कंफ्यूज किरदार देखें तो हर बार ऐसे रोल में सैफ खूब जमे है। इलियाना के किरदार को देखकर मानना होगा कि वह लगातार इम्प्रूव कर रही हैं। हां, कल्कि अपने किरदार में फिट नहीं रही। गोविंदा की कमबैक धमाकेदार कही जा सकती है, किल दिल के बाद इस बार भी गोविंदा ने अपनी अलग किस्म की अदाओं से अपने फैंस को खुश करने की अच्छी कोशिश की है।
“Aane wala hai gaane ka hook… Nacho saare G faad ke.” This is how the most popular song of the film begins and its placement in the film is just before the first twist of the story. It’s bold in lyrics and carries a sentiment that Happy Ending could be a different film than usual ‘masala’ Bollywood potboilers, but does Happy Ending really turn out to be a ‘hatke’ film? Let’s probe. - See more at: http://www.hindustantimes.com/entertainment/reviews/happy-ending-review-how-different-actually-is-different/article1-1288501.aspx#sthash.wl6Kibpv.dpuf
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